आर के गर्ग ने अपनी शिक्षा के दौरान ही निश्चय कर लिया था कि उन्हें कुछ नया करके दिखाना है। 12वीं साइंस, मैथ की शिक्षा के बाद कंप्यूटर में रूचि के कारण BCA और MCA की पढ़ाई पूरी की इसके बाद कुछ समय के लिए वेबसाइट डेवलपमेंट का काम किया। परन्तु उसके बाद नेटवर्क मार्केटिंग बिजनेस में आ गये। यहां पर उनको लगा कि नेटवर्क मार्केटिंग बिजनेस आने वाले समय में हर घर की आवश्यकता बन जाएगी। क्योंकि बढ़ती हुई जनसंख्या और बढ़ती हुई बेरोजगारी को रोकना सरकार के वश की बात नहीं है। सिर्फ नेटवर्क मार्केटिंग बिजनेस से ही बढ़ती हुई बेरोजगारी पर लगाम लगाई जा सकती है। कुछ नया कर दिखाने का जज्बा और कार्यक्षेत्र में लेखक बहुमुखी प्रतिमा के धनी हैं। वाक्चातुर्य और वाकपटुता लेखक की बहुरंगी कला का एक विशिष्ट उदाहरण है। जिसके फलस्वरूप लेखक द्वारा नेटवर्क मार्केटिंग बिजनेस में कई सारे लीडर्स के मतभेदों को दूर किया गया है।इस पुस्तक में लेखक द्वारा लोगों से मधुर रिश्ते कैसे बनायें इस बारे में अपना सम्पूर्ण अनुभव साझा किया गया है। लेखक अपना अधिकतम समय अपने लगातार बढ़ रहे नेटवर्क मार्केटिंग व्यवसाय में लगाते हैं। जहाँ उन्होंने नेटवर्क मार्केटिंग व्यवसाय की छोटी से छोटी तकनीक को लोगों को सिखाने का अपने जीवन का ध्येय बना लिया है। उनका मानना है कि नेटवर्क मार्केटिंग बिजनेस की एजुकेशन से ही व्यक्ति इस बिजनेस में सफल हो सकता है। यहाँ उनका मानना है कि नेटवर्क मार्केटिंग बिजनेस में मोटिवेशन ज्यादा समय तक लोगों के मन में नहीं टिकता, परंतु नेटवर्क मार्केटिंग बिजनेस की एजुकेशन लोगों के दिमाग में लम्बे समय तक स्थायी हो जाती है।